रुद्राक्ष के पौधे का रोपण कब, कैसे और क्यों किया जाता है ?

आज हम आपको मेरीखेती के इस लेख में रुद्राक्ष के पौधे के विषय में जानकारी देंगे। जैसा कि हम सब जानते हैं, कि हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का एक विशेष आध्यात्मिक महत्व है। रुद्राक्ष को लेकर बेहद अहम बातें हैं, जिनको जानना आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। अधिकांश लोग अपने घर में ही रुद्राक्ष का पौधा लगाते हैं, जिससे कि उन्हें उनके घर पर ही एक मुखी रुद्राक्ष हांसिल हो सके। परंतु, इस बात की बिल्कुल गारंटी नहीं होती है, कि इस पौधे से एक मुखी रुद्राक्ष मिले। परंतु, आप कुछ टिप्स का अनुपालन कर रहे हैं, जिससे इसकी संभावना काफी बढ़ जाती है। अगर आप एक मुखी रुद्राक्ष हांसिल कर सकते हैं। हालांकि, इस बात का किसी भी प्रकार का वैज्ञानिक प्रमाण देखने को नहीं मिला है। 

रुद्राक्ष पौधे के बेहतर विकास हेतु उपयुक्त मृदा कैसी होती है ?

रुद्राक्ष पौधे के लिए उपयुक्त मृदा का चयन करें। रुद्राक्ष के पौधे के लिए हल्की और पोषक तत्वों से भरपूर सूखा वाली मिट्टी का प्रयोग करें। उसके बाद एक गमला लें, जो कि पौधे के आकार के समतुल्य हो। बतादें, कि गमला इतना ज्यादा बड़ा होना चाहिए कि पौधे की जड़ों को फैलने के लिए समुचित जगह सुनिश्चित हो सके। गमले के तल में छेद होने बेहद जरूरी हैं, जिससे की जल निकासी हो सके। आप गमले के अंदर मृदा भरें एवं पौधे को उसमें लगा दें। तत्पश्चात पौधे को बेहतर ढ़ंग से पानी डालें।

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रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किस समय करना उपयुक्त माना जाता है ?

रुद्राक्ष के पौधे का रोपण करने का अच्छा वक्त सर्दियां हो सकती हैं। क्योंकि, इसको विकास करने के लिए ठंडक की अत्यंत आवश्यकता होती है। इस पौधे को शेड के अंदर रखें। यदि आप बेहद ही गर्म जगह पर रहते हैं। अगर तापमान 35 डिग्री से ज्यादा है, तो इसे दोपहर की सीधी धूप से संरक्षित करें। जिससे कि यह सुगमता से फल-फूल सकें। इसको पूर्ण रूप से धूप में रखें। प्रकाश और हवाई जगहें उसको अच्छी लगती हैं। परंतु, तीव्र धूप उसके लिए अनुकूल नहीं मानी जाती है।

रुद्राक्ष उत्पादन के लिए इन बातों का विशेष ख्याल रखें 

  • पौधे को बेहतर रूप से सूखा हुआ ही रखें। 
  • पौधे को सुबह अथवा शाम के वक्त धूप में रखें। 
  • पौधे को प्रति माह जैविक खाद दें।
  • पौधे की नियमित तौर पर जांच करें अथवा किसी भी बीमारी या कीटों के संक्रमण का शीघ्र उपचार करें।